IFS कैसे बने: एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

IFS कैसे बने : भारत में लाखों छात्र ऐसे हैं जो विदेश नीति, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कूटनीति में रुचि रखते हैं और विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। ऐसे युवाओं के लिए IFS (Indian Foreign Service) एक आकर्षक और प्रतिष्ठित विकल्प है। IFS अधिकारी बनने का सपना पाना जितना कठिन है, उसे पूरा करना भी उतना ही मेहनत भरा होता है। इस लेख में हम IFS बनने की पूरी प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से समझेंगे।

1. IFS क्या होता है?

IFS यानी “भारतीय विदेश सेवा” भारत सरकार की एक प्रमुख अखिल भारतीय सेवा है। यह सेवा देश के विदेश मंत्रालय के अंतर्गत आती है और IFS अधिकारी देश के राजदूत, उच्चायुक्त, काउंसल जनरल जैसे पदों पर कार्य करते हैं। ये अधिकारी भारत के विदेश संबंधों को मजबूत करने, द्विपक्षीय वार्ताओं, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भारतीयों की विदेशों में सहायता से संबंधित कार्य करते हैं।

2. IFS अधिकारी की जिम्मेदारियां:

  • विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करना (जैसे राजदूत/उच्चायुक्त)
  • कूटनीतिक वार्ताएं करना
  • भारतीय नागरिकों की विदेशों में सहायता करना
  • भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत करना
  • व्यापार, संस्कृति, शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाना
  • अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत की भूमिका निभाना (जैसे UN, WTO)

3. IFS बनने के लिए योग्यता:

शैक्षिक योग्यता:

  • किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री अनिवार्य है। किसी विशेष विषय की आवश्यकता नहीं है।

आयु सीमा:

  • सामान्य वर्ग: 21 से 32 वर्ष
  • ओबीसी वर्ग: 21 से 35 वर्ष
  • एससी/एसटी वर्ग: 21 से 37 वर्ष

प्रयासों की सीमा:

  • सामान्य वर्ग: 6 प्रयास
  • ओबीसी: 9 प्रयास
  • एससी/एसटी: असीमित प्रयास (आयु सीमा तक)

4. IFS के लिए परीक्षा प्रक्रिया:

IFS अधिकारी बनने के लिए UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (CSE) पास करनी होती है। इस परीक्षा के तीन मुख्य चरण होते हैं:

चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

  • सामान्य अध्ययन (GS) पेपर I
  • CSAT (General Studies Paper II – Aptitude Test)
  • यह परीक्षा केवल स्क्रीनिंग के लिए होती है। मुख्य परीक्षा में क्वालिफाई करने के लिए जरूरी है।

चरण 2: मुख्य परीक्षा (Mains Exam)

मुख्य परीक्षा 9 पेपर की होती है:

  1. निबंध (Essay)
  2. भाषा (Any Indian Language)
  3. अंग्रेजी
  4. सामान्य अध्ययन पेपर I
  5. सामान्य अध्ययन पेपर II
  6. सामान्य अध्ययन पेपर III
  7. सामान्य अध्ययन पेपर IV
  8. वैकल्पिक विषय पेपर I
  9. वैकल्पिक विषय पेपर II

मुख्य परीक्षा का अंक निर्धारण साक्षात्कार के साथ मिलाकर किया जाता है।

चरण 3: साक्षात्कार (Personality Test)

  • साक्षात्कार 275 अंकों का होता है।
  • इसमें आपकी विचार शक्ति, कूटनीतिक समझ, व्यवहार, आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और संचार कौशल का मूल्यांकन होता है।

5. IFS और IAS में क्या अंतर है?

विशेषता IFS IAS
सेवा का क्षेत्र विदेश नीति, कूटनीति प्रशासनिक सेवाएं
पोस्टिंग विदेशों में भारत में
प्रमुख कार्य विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व नीति निर्माण और प्रशासन
प्रशिक्षण संस्थान विदेश सेवा संस्थान (नई दिल्ली) LBSNAA (मसूरी)

6. IFS की ट्रेनिंग:

IFS उम्मीदवारों को IAS, IPS के साथ LBSNAA, मसूरी में प्रारंभिक प्रशिक्षण मिलता है। इसके बाद उन्हें Foreign Service Institute (FSI), नई दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है:

  • विदेशी भाषाओं की ट्रेनिंग
  • अंतरराष्ट्रीय संबंधों का अध्ययन
  • कूटनीतिक शिष्टाचार
  • विदेश में भारतीय दूतावास में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग

7. IFS अधिकारी की पोस्टिंग और जीवन:

  • IFS अधिकारी को भारत के बाहर किसी देश में भारत के दूतावास या मिशन में तैनात किया जाता है।
  • लगभग हर 3-4 साल में पोस्टिंग बदली जाती है।
  • उन्हें नई भाषा, नई संस्कृति और नए देश के वातावरण के अनुसार खुद को ढालना होता है।
  • वे अपने परिवार के साथ विदेशों में रहते हैं।

8. IFS अधिकारी का वेतन और सुविधाएं:

  • बेसिक सैलरी: 56,100 रुपये (7वां वेतन आयोग)
  • विदेश पोस्टिंग पर भत्ता और आवास सुविधा मिलती है।
  • गाड़ी, ड्राइवर, स्टाफ, सुरक्षा जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
  • बच्चों की अंतरराष्ट्रीय स्कूलों में शिक्षा की सुविधा

9. तैयारी कैसे करें?

प्रारंभिक तैयारी:

  • NCERT पुस्तकों से बुनियाद मजबूत करें।
  • सामान्य अध्ययन के लिए स्टैण्डर्ड बुक्स पढ़ें:
    • राजनीति: Laxmikant
    • इतिहास: Spectrum
    • भूगोल: NCERT + GC Leong
    • अर्थशास्त्र: Ramesh Singh

करेंट अफेयर्स:

  • दैनिक समाचार पत्र (The Hindu, Indian Express) पढ़ना अनिवार्य है।
  • PIB, Yojana, Kurukshetra जैसी सरकारी वेबसाइट्स/पत्रिकाएं पढ़ें।

वैकल्पिक विषय का चयन:

  • अपनी रुचि और समझ के अनुसार विषय चुनें।
  • अध्ययन सामग्री की उपलब्धता का ध्यान रखें।

मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन अभ्यास:

  • समयबद्ध मॉक टेस्ट दें।
  • उत्तर लेखन की नियमित प्रैक्टिस करें।
  • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें।

10. सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थान:

  • Vajiram & Ravi
  • Sriram’s IAS
  • Vision IAS
  • Drishti IAS (हिंदी माध्यम)
  • BYJU’s IAS
  • Unacademy

निष्कर्ष:

IFS एक ऐसा करियर है जिसमें सेवा, सम्मान और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलती है। यह उन छात्रों के लिए आदर्श है जो वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं और विश्व राजनीति में योगदान देना चाहते हैं। इसके लिए कठिन परिश्रम, अनुशासन, और समर्पण की आवश्यकता होती है। यदि आपमें यह सब है, तो IFS आपका सपना बन सकता है और आपकी मेहनत से वह सपना साकार भी हो सकता है।

“बड़ा सोचें, वैश्विक सोचें और अपने सपनों को ऊंची उड़ान दें।”

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